MSME (Micro small and medium enterprises ) यानी सुक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग है। भारत में छोटे उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई की शुरुआत की गई। एमएसएमई मंत्रालय के तहत हम लोन लेकर छोटे उद्योग की शुरुआत कर सकते हैं। देश के विकास छोटे और मध्यम उद्योग के योगदान को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से आपकी मदद करने के लिए सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय का गठन किया गया यह उद्योग सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों के लिए काम करता है। मंत्रालय द्वारा समय-समय पर लाभकारी योजना चलाई जाती है जिसकी वजह से देश में रोजगार प्रदान किया जाता है। हमारे देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सूक्ष्म एवं लघु और मध्यम उद्यमियों के लिए एक नई घोषणा की ।आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत भारत को सुदृढ़ बनाने के लिए भारत के लघु कुटीर उद्योगों को अधिक समक्ष बनाने पर बल दिया। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत
एमएसएमई क्षेत्र के लिए 3 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की ।इस पैकेज के माध्यम से आर्थिक लाभ भारत की जनता को दिया जाएगा।
MSME क्या है —
MSME सूक्ष्म लघु और मध्यम स्तर के व्यवसाय। MSME का प्रबंधन सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा किया जाता है। यानी भारत में छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चलाती हैं जिसकी वजह से भारत की अर्थव्यवस्था में सहायता मिलती है छोटे उद्योगों को भारत की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है।
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक लगभग 6.3 करोड MSME है। MSME भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं बिल्कुल आसान से आसान भाषा में कहें कि MSME का मतलब क्या होता है तो छोटे एवं मध्यम उद्योग कारोबार को कहते हैं। इसमें लगभग 45 % रोजगार उद्योगों के कारण मिलता है तथा भार द्वारा निर्यात किए जाने वाले सामान का लगभग 50 % सामान छोटे उद्योगों द्वारा ही मिलता है।
MSME उद्योग स्थानीय स्तर पर किया जाने वाला उद्योग है। इन उद्योग का कम जगह में संचालन किया जा सकता है। MSME उद्योग दो प्रकार के होते हैं।
- मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- सर्विस सेक्टर ( सेवा उद्योग)
MSME के प्रकार
सेक्टर /इंटरप्राइजेज प्रकार | माइक्रो इंटरप्राइजेज | स्मॉल इंटरप्राइजेज | मीडियम इंटरप्राइजेज |
विनिर्माण और सेवा क्षेत्र दोनों | एक करोड़ रुपए से कम का निवेश 5 करोड़ रुपए से कम का टर्नओवर | 10 करोड़ रुपए से कम का निवेश 50 करोड़ रुपए तक का टर्नओवर | 50 करोड़ रुपए से कम का निवेश और 250 करोड़ रुपए तक टर्नओवर |
- मैन्युफैक्चरिंग उद्योग(manufacturing enterprises)-मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में नई चीजों को बनाने या निर्माण करने का काम किया जाता है।
- सर्विस सेक्टर(service enterprises)-सर्विस सेक्टर मुख्य रूप से सेवा का कार्य किया जाता है इस सेक्टर में लोगों और विभिन्न संस्थाओं को सर्विस देने का कार्य किया जाता हैं। इसलिए इसे सेवा क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
MSME पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें
कोई भी व्यवसाय करते समय कानूनी ढंग से करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए जीवन प्रक्रिया काफी सरल और मुफ्त है।
इसके लिए आपको एक फार्म भरना होगा
- उसके लिए एक लिंक होती है जिस पर क्लिक करके आधार नंबर पर क्लिक करके validate& generate OTP पर click करना होगा।
- सत्यापन हो जाने के बाद पैन विवरण भरना होगा। यदि पैन कार्ड नहीं होता है तो इसके लिए 9 ऑप्शन पर भी क्लिक कर सकते हैं
- इसे पोस्ट करने के बाद 5-24 फील्ड नंबर वाले फार्म को भरना होगा।
- फार्म के अंत में आपके फोन नंबर पर एक ओटीपी का अनुरोध भेजा जाएगा फार्म को सफलतापूर्वक जमा करने के लिए ओटीपी और पिन कोड दर्ज करना होगा।
- एक बार आवेदन पत्र जमा होने के बाद अनुमोदन और पंजीकरण को पूरा होने में 2-3 दिन लग सकते हैं।
- यदि आवेदन स्वीकृत हो गया तो पंजीकरण किया जाएगा और एमएसएमई प्रमाण पत्र ईमेल के माध्यम से भेज दिया जाएगा।
- जब आप एमएसएमई उद्योग शुरू करते हैं तो एक अंतिम पंजीकरण के लिए आवेदन करना होगा जिसके बाद आपको अंतिम एमएसएमई प्रमाण पत्र दिया जाता है उत्पादन शुरू होने के बाद स्थाई प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए छोटे और मध्यम उद्योगों को MSME registration कराना अनिवार्य होता है। रजिस्ट्रेशन होने के बाद एक कार्ड मिलता है जिसे MSME registration कार्ड कहते हैं। इस कार्ड पर उद्योग का नाम, उद्योग की श्रेणी, उद्योग की जगह, उद्यमी का नाम और एमएसएमई रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा होता है।
MSME के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- रेंट एग्रीमेंट
- प्रॉपर्टी के कागज
- कैंन्सल चेक
- कंपनी रजिस्ट्रेशन अर्थात खरीद और बिक्री बिल
- पैन कार्ड
व्यवसाय का पता प्रमाण
स्व – स्वामित्व वाले प्रॉपर्टी के लिए–लीज डीड, प्रॉपर्टी टैक्स रसीद, ओनरशिप लेटर, एलॉटमेंट लेटर आदि।
किराए के लिए–मकान मालिक से NOC, किराए की रसीदें, यूटिलिटी बिल या मकान मालिक के स्वामित्व के सबूत आदि।
Note– MSME प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए शुल्क 1999 रु/ प्रति प्रमाण पत्र और इस फीस का भुगतान विभाग सुरक्षित गेटवे अरे किया जा सकता है।
अतिरिक्त दस्तावेज–
- बिक्री और खरीद बिल की कॉपी
- पार्टनरशिप एग्रीमेंट
- मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MOA)
- आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन(AOA)
- मशीनरी खरीद और बिल की कॉपी
MSME पंजीकरण से मिलने वाले लाभ
- बैंकों से आसान वित्त उपलब्धता
- सरकारी निविदाएं खरीदने में प्राथमिकता
- स्टांप ड्यूटी और ऑक्टोइ लाभ
- बिजली बिल में रियायत
- निर्माण /उत्पादन क्षेत्र उधम के लिए आरक्षण नीतियां
- आईएसओ प्रमाणन खर्च की प्रतिपूर्ति
- उत्पाद शुल्क छूट योजना
- प्रत्यक्ष पर कानून के तहत छूट
- आईएसओ प्रमाण पर सब्सिडी
- मूल्य वरीयता में वेटेज( उद्यम)आधार पर भिन्न हो सकता है
- बैंकों से ब्याज दर में कमी
- निःशुल्क लागत सरकार निविदाओ
एमएसएमई के तहत विनिर्माण मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
यह उद्योग सेक्टर निर्माण से संबंधित है किसी चीज के निर्माण से संबंधित है। निर्माण में छोटी सुई से लेकर बड़े हवाई जहाज तक की बात आती है लेकिन एम एस एम ई के तहत उन्हीं उद्योगों को विनिर्माण उद्योग यानी मैन्युफैक्चरिंग उद्योग कहते हैं जिनका सालाना टर्नओवर 100 करोड़ रुपए तक होता है
MSME में पंजीकरण करने वाले उद्यमी के लिए छूट
- OD मे ब्याज दर पर 1% छूट।
- सावधि ऋण की ब्याज दर पर 2% रियायत।
- बैंक टर्म लोन के तहत खरीदी गई पूरी तरह से स्वचालित मशीनरी पर15% सीएलसीएसएस सब्सिडी।
- बी, सी ,डी ,डी+और कोई उद्योग क्षेत्र के तहत ओक्टोई के 80-90% रिफंड पर।
- सी,डी,डी+ और कोई उद्योग क्षेत्र के तहत 15 साल के लिए विद्युत शुल्क छूट।
- पेंटेड पंजीकरण के लिए किए गए खर्चों पर 50% सब्सिडी।
उद्यम रजिस्ट्रेशन नए नियम
26 जून को केंद्र सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण के लिए नए मानदंड घोषित किए हैं। 1 जुलाई 2020 उद्यम पंजीकरण कराने के लिए दस्तावेज तथा प्रमाण पत्र अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी।
- अब सिर्फ आधार नंबर और सेल्फ डिक्लेरेशन के साथ न्यू एंटरप्राइज रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है।सरकार ने सिस्टम ऑफ इनकम टैक्स और जीएसटी के साथ उद्यम पंजीकरण प्रक्रिया को एकत्रित किया है।
- आपके द्वारा भरे गए इंटरप्राइज का विवरण पैन कार्ड या फिर जीएसटीएन विवरण के आधार पर सत्यापित किया जाएगा
- सरकार द्वारा यह भी उल्लेख किया गया कि 1 जुलाई के बाद एमएसएमई उद्योगम के नाम से जाना जाएगा। क्योंकि यह शब्द यम के ज्यादा निकट है।
- और पंजीयन प्रक्रिया को उद्यम पंजीकरण के नाम से जाना
- सभी उद्यमी अपनी पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन या आधिकारिक पोर्टल पर जाकर करा सकते है
FAQ – नोट— MSME registration के लिए msme.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं
MSME में कौन-कौन से उद्योग आते हैं।
एमएसएमई में ऐसे उद्योग आते हैं जिनका निवेश 50 करोड़ से कम तथा सालाना टर्नओवर 250 करोड़ तक होता है।
एमएसएमई का क्या फायदा है।
एमएसएमई का यह फायदा होता है कि आप भारत सरकार द्वारा चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं और आसानी से अपने उद्यम के लिए ऋण भी ले सकते है।
क्या एमएसएमइ के लिए आधार नंबर जरूरी है।
एमएसएमई के लिए आधार नंबर अनिवार्य है
एमएसएमई में कौन-कौन आवेदन कर सकता है
एमएसएमई मे छोटा या मध्यम व्यवसायिक आवेदन कर सकता है।
Conclusion ( निष्कर्ष)
इस लेख में हमने जाना कि MSME क्या होता है MSME रजिस्ट्रेशन कैसे करवा सकते हैं। और इस लेख को पढ़कर एमएसएमई पर रजिस्ट्रेशन करवाकर लघु एवं कुटीर उद्योग की शुरुआत कर सकते हैं और इसका फायदा उठा सकते हैं। इस प्रक्रिया को ऑनलाइन या ऑफलाइन भी किया जा सकता है।ऑडियो ऑनलाइन करना ज्यादा अच्छा होता है क्योंकि कार्यालयों के चक्कर नहीं काटना पड़ता है।