यदि आपको Computer सीखना और चलाना अच्छा लगता है। या फिर आप Computer सीख रहे हैं। तब आपने कभी ना कभी Storage Device का नाम भी सुना ही होगा। बहुतों के मन यह प्रश्न आता है कि Storage Device क्या है। ऐसे में आपने इसे जानने की कोशिश भी की होगी। Storage Device क्या है और इसके कितने प्रकार होते हैं इसकि पूरी जानकारी नहीं होगी। क्या आप जानते हैं कि Storage Device क्या होता है? अगर नहीं जानते हैं। तब इस लेख को जरूर पढ़िए। इस लेख में Storage Device की पूरी जानकारी बताया गया है। जिसमें बताया गया है कि Storage Device क्या है, Storage Device के प्रकार, Storage Device के उदाहरण और प्रमुख Storage Device के नाम क्या है। आपको बता दूं कि Storage Device कंप्यूटर का महत्वपूर्ण Device होता है। लेकिन अगर आप जानते नहीं हैं कि Storage Device क्या है। तब इसे पढ़ सकते हैं।
इस लेख को पढ़ने के बाद आप यह अच्छे से समझ जाएंगे कि Storage Device क्या है, Storage Device क्यों इतना महत्वपूर्ण है। अर्थात Storage Device का क्या कार्य होता है। क्योंकि इस लेख में हमने Storage Device को आसान भाषा में बताया है। जिन्हें Storage Device के बारे में पता है वो भी इस लेख को पढ़ सकते हैं। क्योंकि उन्हें भी इस लेख के माध्यम से कुछ नया जानने को जरूर मिलेगा। तो चलिए जानते हैं कि Storage Device क्या है।
Types of Storage Devices (स्टोरेज डिवाइस के प्रकार)
किसी computer में दो तरह की स्टोरेज डिवाइस (Storage Device) पायी जाती है।
• प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage
Device)
• सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस (Secondary Storage Device)
प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage Device of Computer) प्राथमिक मुख्य मेमोरी । Semiconductor Memory.
प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage Device of Computer) प्राथमिक मुख्य मेमोरी । Semiconductor Memory.
प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage Device of Computer) प्राथमिक मुख्य मेमोरी । Semiconductor Memory.
प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage Device) का उपयोग कंप्यूटर में डाटा को अस्थाई (temporally) रूप से रखने के लिए किया जाता है। यह कंप्यूटर में हो रहे कार्यों और उन कार्यों मैं मदद करने के लिए सभी डाटा को सेव कर के रखते है। यह आकार में बहुत छोटे होते है और कंप्यूटर (computer) के भीतर (internal) ही उपयोग में लाए जाते है। तथा CPU (central Processing unit) के द्वारा इसके डेटा और निर्देशों को तीव्र तथा प्रत्यक्ष उपयोग में लाया जाता है। प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस (Primary Storage Device of Computer) के भी उपयोगानुसार अलग अलग प्रकार होते है।
- ROM-Read Only Memory
- PROM (Programmable ROM)
- EPROM (Erasable Programmable ROM)
- EEPROM (Electrically Erasable Programmable ROM)
- EEPROM (Electrically Erasable Programmable ROM)
- Cache memory
ROM –इसे रीड ओन्ली मेमोरी (Read Only Memory) – कहा जाता है। जिसमे संगृहीत डेटा को केवल पढ़ा जा सकता है। उसे परिवर्तित या नष्ट नहीं किया जा सकता है। यह एक स्थाई (Non-volatile) मेमोरी होती है। जिसमे डाटा को स्थाई रूप से सेव किया जाता है। यह मदर बोर्ड के ऊपर लगा यह एक सिलिकॉन चिप (Silicon Chip) है। कंप्यूटर को चालू करने पर ROM में संग्रहित डाटा एक्टिव हो जाता है और कंप्यूटर को बंद करने पर स्वतः ही निष्क्रिय हो जाता है। लेकिन ऐसा करने पर भी इसमें का डाटा स्थाई रूप सुरक्षित रहता है।
PROM – प्रोम का मतलब प्रोग्रामेबल रीड ओन्ली मेमोरी – (Programmable Read Only Memory) होता है। इस मेमोरी में यूजर द्वारा एक बार निर्देश सुरक्षित बर्न (Burn) करने के बाद इसमें परिवर्तन नहीं किया जा सकता है इसके बाद यह ROM की तरह कार्य करती है।
E-PROM – ई-प्रोम का मतलब इरेसेबल प्रोग्रामेबल रीड – ओन्ली मेमोरी (Erasable Programmable Read Only Memory) होता है। यह भी एक तरह ही स्थाई मेमोरी है। लेकिन इसमें बर्निंग की प्रक्रिया पराबैंगनी किरणों की मदद से की जाती है।
E-E-PROM– इसी तरह से एक और मेमोरी जिसे डूअल ई-प्रोम या इलेक्ट्रिकली इरेसेबल प्रोग्रामेबल रीड ओन्ली मेमोरी (Electrically Erasable Programmable Read Only Memory) भी कहा जाता है। यह भी एक तरह की स्थाई मेमोरी है लेकिन इसमें बर्निंग प्रक्रिया इलेक्ट्रिकल पल्स की मदद से की जाती है।
Cache Memory- यह CPU और मुख्य मेमोरी के बिच – का भाग है और इसका उपयोग बार बार प्रयोग में आने वाले डाटा को सेव कर के रखने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग main memory से डाटा को एक्सेस करने मे लगने वाले औसत समय को कम करने के लिए करते हैं। यह मुख्य मेमोरी की तुलना में तीव्र महगी और आकर में छोटी होती है।
- RAM – Random Access Memory
- Dynamic RAM (DRAM)
- Static RAM (SRAM)
- Rambus Dynamic RAM (RDRAM)
RAM इसे रैंडम एक्सेस मेमोरी (Random Access – Memory) कहते है। यह कंप्यूटर में सबसे ज्यादा उपयोग में लाई जाने वाली मेमोरी है। यह एक तरह की अस्थाई (Volatile) मेमोरी है अर्थात पावर बंद होने या कंप्यूटर के बंद होने पर इसमें संगृहीत डाटा स्वतः ही समाप्त हो जाता है।
DRAM- यह RAM का की एक प्रकार है जिसे Dynamic RAM कहते है। इसके डाटा को बार बार रिफ्रेश करना होता है। यह स्टेटिक रैम की तुलना में सस्ती होती है और धीमी गति से कार्य करती है।
SRAM- यह RAM का ही एक प्रकार है। इसे Static RAM कहा जाता है। इसमें डाटा को रिफ्रेश करने की जरुरत नहीं होती है। यह डायनामिक रैम की तुलना में अधिक तीव्र कार्य करती है।
RDRAM- यह भी RAM का ही एक प्रकार है। इसे Rambus Dynamic RAM कहा जाता है।
सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस (Secondary Storage Device Of Computer) द्वितीयक मेमोरी। सहायक मेमोरी ।
सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस (Secondary Storage Device Of Computer) को द्वितीयक मेमोरी सहायक मेमोरी, बैंकिंग स्टोरेज मेमोरी जैसे नामो से भी जाना जाता है यह बड़ी मात्रा में डाटा को स्टोर रखने की क्षमता रखती है । प्राइमरी (primary) मेमोरी अस्थाई (Volatile) रूप से सिमित डाटा को ही सुरक्षित रख पाती है इसलिए इसे सहायक मेमोरी के रूप में उपयोग में लाया जाता है। इसमें ज्यादातर ऐसे डाटा को रखा जाता है जिसका उपयोग भविष्य में होना है, तुरंत जिसकी आवश्यकता नहीं है। और जरुरत पड़ने पर इस डाटा को उपयोग में लाया जा सकता है। यह निम्न रूपों में पाया जाता है।
- HDD (Hard disk drives)
- SSDs (Solid-state drives)
- CD-ROM drives
- DVD drives
- Magnetic Tape
- Floppy Disk
- Pen Drive
- Flash Memory
- SD cards
HDD( Hard Disk Drives) – यह डिस्क CPU के भीतर डाटा को सेव करने के लिए प्रमुख डिवाइस होती है। यह अन्य डिस्क की तुलना में उच्च संग्रहण क्षमता भरोसा और गति प्रदान करती है। कंप्यूटर में अक्सर इसे ‘C ड्राइव का नाम दिया जाता है। कंप्यूटर के भीतर इसी हार्ड डिस्क में सभी प्रोग्राम, सॉफ्टवेयर या डाटा इनस्टॉल रहता है।
SSDs (Solid State Drive)- इसका पूरा नाम solid state drive होता है। यह भी HDD की तरह डाटा स्टोर करने वाली स्टोरेज डिवाइस टेक्नोलॉजी है। ये कंप्यूटर में इस्तेमाल की जाने वाली storage device की latest technology हैं। यह नोटबुक, डेस्कटॉप लैपटॉप मैं प्रयोग की जाती है। यह कम पावर में अधिक तीव्रता वाली परफोर्मेन्स देती है। SSD काफी तेजी से डाटा को रीड राइड करती है। और यह HDD की तुलना में अधिक मंहगी स्टोरेज डिवाइस होती है।
CD-ROM drives –सीडी के बारे में तो आपने सुना ही होंगा। CD ROM को ऑप्टिकल डिस्क भी कहा जाता है। इसका फुलफॉर्म (Compact Disk Read Only Memory) होता है। इसे कंप्यूटर में अलग से लगया जाता है। सीडी में सुरक्षित डाटा को मिटाया नहीं जा सकता। इसे पड़ने के लिए कंप्यूटर में कम तीव्रता वाली लेसर बीम का प्रयोग किया जाता है। CD से डाटा को प्राप्त करने के लिए CD ड्राइव और CD में डाटा को डालने के लिए CD राइटर – का प्रयोग किया जाता है।
CD-RW -इसका मतलब Compact Disc – Rewritable होता है। यह भी एक ऑप्टिकल डिस्क है। परन्तु इसमें संग्रहित डाटा को परिवर्तित या मिटाया जा सकता है। इस प्रकार की CD का प्रयोग करने के लिए CD- R/W ड्राइव का प्रयोग किया जाता है।
DVD drives -डीवीडी का पूरा नाम digital versatile – disk या digital video disk भी कहा जाता है। यह ऑप्टिकल डिस्क तकनीक ही है जो CD-ROM drives की तरह कार्य करती है। डीवीडी का उपयोग मुख्य रूप से संगृहीत और अन्य मल्टिमीडिया प्रस्तुतियों को डिजिटलरूप से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।
Magnetic Tape- यह सबसे अच्छा बैंकिंग स्टोरेज माध्यम है। यह गाना रिकार्डिंग या संग्रहण के लिए उपयोग की जाने वाली कैसेट के सिद्धांत पर ही कार्य करता है। यह पॉलिस्टर का बना होता है जिसे एक रील में लपेटा जाता है। मैगनेटिक टेप में डाटा को बार बार लिखा मिटाया और परिवर्तित किया जा सकता है। इसके लिए magnetic. tape drive की जरुरत होती है।
Floppy Disk – अलग अलग आकर में पाया जाता है। धुल या खरोच से बचने के लिए इसे प्लास्टिक बॉक्स में उपयोग में लाया जाता है। फ्लॉपी डिस्क का ज्यादातर उपयोग डारेक्ट एक्सेस माध्यम के रूप में किया जाता है।
Pen Drive- यह एक छोटे आकार का आसानी से उपयोग – में लाये जाने वाला ड्राइव है। यह USB (universal serial bus) सांगत प्रणाली के बिच आसानी से डाटा को स्थान्तरण और संग्रहण करता है। इसे USB Port में लगाकर उ में लाया जाता है।
Flash Memory -इसे फ्लैस रैम भी कहा जाता है। इसे – फिर प्रोग्राम किया या फिर से मिटाया जा सकता है इसका उपयोग डिजिटल कैमरा डिजिटल सेट अप बॉक्स से सुलर फ़ोन आदि में किया जाता है।
SD cards –यह डाटा को आसानी से सुरक्षित करता है। – यह छोटे आकर का होने के कारण आसानी से उपयोग में लाया जाता है। इसे कार्ड रीडर, USB पोर्ट, डाटा केबल आदि का प्रयोग कर उपयोग में लाया जाता है। यह ज्यादातर मोबाइल, कैमरा, विडिओ रिकार्डिंग आदि में उपयोग में लाया जाता है।
इसका मतलब Compact Disc – Rewritable होता है। यह भी एक ऑप्टिकल डिस्क है। परन्तु इसमें संग्रहित डाटा को परिवर्तित या मिटाया जा सकता है। इस प्रकार की CD का प्रयोग करने के लिए CD- R/W ड्राइव का प्रयोग किया जाता है।
कंप्यूटर स्टोरेज डिवाइस उदाहरण (Computer Storage Device Example)
आज के समय में, magnetic storage कंप्यूटर के साथ इस्तेमाल की जाने वाली सबसे सामान्य प्रकार के storage मे से एक है। अधिकतर यह बड़े HHDs या Hybrid Hard Drive पर पायी जाती हैं।
- Floppy diskette
- SSDS (Solid-state drives)
- HDDs (Hard disk drives)
- Magnetic strip
- SuperDisk
- Tape cassette
- Zip diskette
Optical Storage Devices
यह एक दूसरा सामान्य प्रकार की डाटा को स्टोर करने वाली Optical storage devices होती हैं जो डाटा को read और write करने के लिए Lasers और lights का इस्तेमाल करता है।
- CD Disc
- CD-ROM Disc
- Blu-ray Disc
- DVD-R, DVD-RW Disc
Flash Memory Devices
अधिकांश Flash memory devices सस्ते होने के कारण magnetic और optical media स्टोरेज डिवाइसो को बदल कर रख दिया हैं क्योंकि यह इस्तेमाल करने में अधिक efficient और reliable हैं।
- SSD
- SD card
- SDHC Card
- Memory card
- MMC (Multi Media Card)
- USB flash drive (Jump/Thumb drive)
- XD-Picture Card
- SmartMedia Card
- Sony Memory Stick
Cloud Storage
वर्तमान समय में, डाटा को online और cloud storage पर स्टोर करना अधिक लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि इस डिजिटल ज़माने में लोगों को किसी भी स्थान से अपने डाटा इन्फॉर्मेशन को एक से अधिक devices से एक्सेस करने की जरूरत पड़ती हैं।
- Cloud storage
- Network media
Paper storage
कंप्यूटर के प्रारंभिक दौर में सूचनाओं को स्टोर करने के लिए किसी भी टेक्नोलॉजी का आविष्कार नही हुआ था, इसलिए सूचनाओं को store करने के लिए कागज पर निर्भर रहना पड़ता था। अब आज के समय में, paper storage का इस्तेमाल शायद ही कभी किया जाता है अथवा कही पर पाया जाता हैं।
- OMR
- Punch card
FAQ–स्टोरेज डिवाइस से जुड़े हुए कुछ प्रश्न और उनके उत्तर
सबसे तेज स्टोरेज डिवाइस का क्या नाम है?
SSD को सबसे तेज स्टोरेज डिवाइस माना जाता है इसकी अधिकतम रफ्तार 3.5Gbps होती है।
सबसे छोटा स्टोरेज डिवाइस कौन सा है?
मेमोरी कार्ड से दुनिया की सबसे छोटी स्टोरेज डिवाइस है।
निष्कर्ष(conclusion)
दोस्तों आज हमने अपने पोस्ट में जाना कि स्टोरेज डिवाइस क्या है? इनके कितने प्रकार होते हैं? और ये बाज़ार में किस किस तरह की पाई जाती हैं? स्टोरेज डिवाइस को क्या कहते है? और स्टोरेज डिवाइस कैसे उपयोग में लायी जाती है? इनके क्या महत्व हैं? इसकी हमने पूरी जानकारी ली, हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा लिखी गई यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही लाभदायक और प्रेरणादायक होगी। हमने इसमें बहुत सारी जानकारी आपको बताई है।